मैं चाहता हूँ मोहब्बत मेरा वो हाल करे कि ख़्व – जव्वाद शेख़
main chahta hoon mohabbat mera vo haal kare
ki khwaab mein bhi dobara kabhi majaal na ho मैं चाहता हूँ मोहब्बत मेरा वो हाल करे
कि ख़्वाब में भी दोबारा कभी मजाल न हो
– Jawwad Sheikh
मैं चाहता हूँ मोहब्बत मेरा वो हाल करे कि ख़्व – जव्वाद शेख़
main chahta hoon mohabbat mera vo haal kare
ki khwaab mein bhi dobara kabhi majaal na ho मैं चाहता हूँ मोहब्बत मेरा वो हाल करे
कि ख़्वाब में भी दोबारा कभी मजाल न हो
– Jawwad Sheikh