रात का इंतज़ार कौन करे आजकल दिन में क्या नहीं – बशीर बद्र By Poetry Estimated read time 1 min read May 19, 2025 0 रात का इंतज़ार कौन करे आजकल दिन में क्या नहीं – बशीर बद्र raat ka intezar kaun kare aaj kal din mein kya nahin hota रात का इंतज़ार कौन करे आज कल दिन में क्या नहीं होता – Bashir Badr