मैं खोया खोया सा तेरी छत की जानिब देख रहा हूँ
main khoya khoya sa teri chat ki jaanib dekh raha hoon
geelay kapde sookh rahe hain sookhi aankhen bheeg rahi hain
मैं खोया खोया सा तेरी छत की जानिब देख रहा हूँ
गीले कपड़े सूख रहे हैं, सूखी आँखें भीग रही हैं
– Harman Dinesh