मेरे होंठों के सब्र से पूछो उसके हाथों से ग – महशर अफ़रीदी By Poetry Estimated read time 1 min read May 19, 2025 0 मेरे होंठों के सब्र से पूछो उसके हाथों से ग – महशर अफ़रीदी mere hothon ke sabr se poocho uske haathon se gaal tak ka safar मेरे होठों के सब्र से पूछो उसके हाथों से गाल तक का सफ़र – Mehshar Afridi