तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो तुम्हारा – मुनव्वर राणा By Poetry Estimated read time 1 min read May 19, 2025 0 तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो तुम्हारा – मुनव्वर राणा tumhaari aankhon ki tauheen hai zara socho tumhaara chaahne waala sharaab peeta hai तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है – Munawwar Rana