Posted inpoetry Zakir Khan Usse Acha Nahi Lagta Poetry By Zakir | उसे अच्छा नहीं लगता…. उसे अच्छा नहीं लगता Poetry By Zakir Khan ये खत है उस गुलदान के नाम, जिसका फूल कभी हमारा था. वो जो अब तुम उसके मुख्तार हो तो सुन लो...… Posted by Team Banaras Trip February 25, 2025
Posted inZakir Khan poetry मेरे कुछ सवाल हैं by Zakir Khan Mere Kuchh Sawal Hai by Zakir Khan मेरे कुछ सवाल हैं जो सिर्फ क़यामत के रोज़ पूछूंगा तुमसे क्योंकि उसके पहले तुम्हारी और मेरी बात हो सके इस लायक नहीं… Posted by Team Banaras Trip January 29, 2025
Posted inpoetry मैं शून्य पे सवार हूँ | Mai Shunya Pe Sawar Hu by Zakir Khan मैं शून्य पे सवार हूँ Poetry by Zakir Khan मैं शून्य पे सवार हूँ बेअदब सा मैं खुमार हूँ अब मुश्किलों से क्या डरूं मैं खुद कहर हज़ार हूँ मैं… Posted by Team Banaras Trip August 28, 2024