669 ViewsMere Kuchh Sawal Hai by Zakir Khan मेरे कुछ सवाल हैं जो सिर्फ क़यामत के रोज़ पूछूंगा…
692 Viewsउसे अच्छा नहीं लगता Poetry By Zakir Khan ये खत है उस गुलदान के नाम, जिसका फूल…
869 Viewsमैं शून्य पे सवार हूँ Poetry by Zakir Khan मैं शून्य पे सवार हूँ बेअदब सा मैं…